जोमैटो ने दिवाली से पहले दिया ग्राहकों को झटका, खाना मंगवाना हुआ महंगा, जानें क्या किया ऐसा
नई दिल्ली
जोमैटो ने इस त्योहारी सीजन के देखते हुए बड़ा ऐलान किया है. कंपनी ने फेस्टिव सीजन में 10 रुपये प्रति ऑर्डर प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाने का फैसला किया है. जोमैटो ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इस बारे में जानकारी दी. कंपनी ने पहले भी अपने प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी की थी.
जोमैटो ने इस त्योहारी सीजन में अपनी फूड डिलीवरी चार्ज को बढ़ाने का फैसला लिया है. जोमैटो ने अपने एप के जरिए एक नोटिफिकेशन जारी कर इस बात की पुष्टि की है. कंपनी ने कहा कि हम अपनी सर्विस को मेंटेन करने के लिए डिलीवरी चार्ज को बढ़ा रहे हैं. जोमैटो पहले फूड डिलीवरी करने के लिए प्रति ऑर्डर 7 रुपये लेता था. अब उसे बढ़ाकर के 10 रुपये कर दिया है.
कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस प्रति ऑर्डर 7 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दी है। यह फीस खाना मंगवाने वाले शख्स से ली जाती है। ऐसे में जो भी कस्टमर जोमैटो से खाना मंगवाएगा, उसे अब ज्यादा पैसा देना होगा। इस बारे में कंपनी ने कहा है, 'यह शुल्क जोमैटो को चालू रखने के लिए हमारे बिलों का भुगतान करने में मदद करता है। त्योहारी सीजन के दौरान सेवाओं को बनाए रखने के लिए इसमें थोड़ी बढ़ोतरी की गई है।'
एक साल में 400% की बढ़ोतरी
कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस में एक साल में 400 फीसदी की बढ़ोतरी की है। अगस्त 2023 से कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस लेना शुरू किया था। उस समय कंपनी 2 रुपये लेती थी। धीरे-धीरे कंपनी इस शुल्क में बढ़ोतरी करती गई। अब कंपनी ने इसे बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया है।
स्विगी ने शुरू किया यह शुल्क लेना
जोमैटो की प्रतिद्वंदी कंपनी स्विगी भी प्लेटफॉर्म फीस लेती है। हालांकि प्लेटफॉर्म फीस की शुरुआत स्विगी ने ही की थी। अभी स्विगी प्रति ऑर्डर 7 रुपये प्लेटफॉर्म फीस ले रही है।
क्या है प्लेटफॉर्म फीस?
प्लेटफॉर्म फीस प्रत्येक ऑर्डर पर लगाया जाने वाला अतिरिक्त शुल्क है। यह माल और सेवा कर (जीएसटी), रेस्तरां शुल्क और डिलीवरी चार्ज से अलग होता है।
जानकारों के मुताबिक ये प्लेटफॉर्म रोजाना 20 से 25 लाख खाने के ऑर्डर डिलीवर करता। प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी करने पर कंपनियों के खाते में ज्यादा रकम जमा होती है।
मुनाफे के बाद शेयर में उछाल
कंपनी को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सालाना आधार पर करीब 389 फीसदी का मुनाफा हुआ है। यह मुनाफा बढ़कर 176 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले की समान तिमाही में जोमैटो का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 36 करोड़ रुपये था। वहीं कंपनी के रेवेन्यू में भी 68.50% की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने मंगलवार को दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए थे।
नतीजों के बाद आज कंपनी के शेयरों में तेजी देखी गई। कंपनी के शेयर में दोपहर तक डेढ़ फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है। इस बढ़ोतरी के साथ कंपनी का शेयर अभी 260 रुपये से कुछ ऊपर है।
पहले भी बढ़ाई थी प्लेटफॉर्म फीस
जोमैटो ने पहली बार प्लेटफॉर्म फीस को 2023 में बढ़ाया था. कंपनी ने प्रति ऑर्डर 2 रुपये फ्लैट लेवी के रूप में पेश किया था और बाद में उसे साथ-साथ बढ़ाया. फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी ने भी लेवी पर सबसे पहले चार्ज तय किया था और बाद में फीस बढ़ाकर के 7 रुपये कर दिया है.
क्या है प्लेटफॉर्म फीस
प्लेटफॉर्म फीस किसी भी फूड को ऑर्डर करने पर लगने वाली वह फीस है. जो कि होटल फीस, डिलीवरी फीस और जीएससी के अलग है. प्लेटफॉर्म फीस पर 18 फीसदी की जीएसटी लगता है. इस सेक्टर पर नजर रखने वाले लोगों के अनुसार, जोमैटो की ओर से प्रतिदिन 20 से 30 लाख ऑर्डरों की डिलीवरी की जाती है. इस लिहाज से देखा जाए तो कंपनी को प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाने से काफी मुनाफा होगा.
जोमैटो का चार्ट
अगर जोमैटो के शेयर के बारे में बात करें तो शेयर फिलहाल 5 दिन, 20 दिन, 50 दिन मूविंग एवरेज के नीचे कारोबार करता दिख रहा है. लेकिन अभी इसने 200 मूविंग एवरेज नहीं तोड़ा है. पिछले कुछ दिनों से इस शेयर में गिरावट देखी जा रही थी. लेकिन शेयर ने अपने 100 दिन मूविंग एवरेज ( EMA ) पर सपोर्ट लिया है. जो इसके लिए पॉजिटिव संकेत है. लेकिन अगर इस लेवल को होल्ड करने में सफल नहीं हुआ तो शेयर 230 रुपये का लेवल दिखा सकता है. अभी इसका RSI 26 के आस-पास जो यह इंगित करता है कि शेयर ओवरसोल्ड जोन में है.