मध्य प्रदेश

Prem Narayan Vishwakarma : पूर्व कैबिनेट दर्जा प्राप्त मंत्री की बुरी फजीहत, प्रदेशभर में विश्वकर्मा समाज में रोष

Prem Narayan Vishwakarma BJP : बीते रविवार 23 नवंबर को गंजबासौदा में मुख्यमंत्री मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आमसभा के दौरान बड़ा विवाद सामने आया। कार्यक्रम में पहुंचे विदिशा जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व कैबिनेट दर्जा प्राप्त मंत्री प्रेम नारायण विश्वकर्मा को अंदर जाने से रोक दिया गया। इसके बाद विश्वकर्मा समाज में प्रदेशभर में नाराज़गी देखने को मिल रही है।

कार्यक्रम में प्रवेश को लेकर प्रेमनारायण विश्वकर्मा और उनके समर्थकों की पुलिस से तीखी बहस भी हुई। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि विश्वकर्मा और उनके कार्यकर्ता पुलिस से कार्यक्रम स्थल में जाने की अनुमति मांग रहे हैं, लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं दिया जा रहा।

प्रेमनारायण विश्वकर्मा मध्यप्रदेश विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी प्राप्त था। हालांकि सितंबर में मोहन सरकार ने 13 समाजों के बोर्ड भंग कर दिए थे, जिनमें विश्वकर्मा बोर्ड भी शामिल था। इसके अलावा वे पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ट के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भी है।

इस पूरे घटना क्रम के बाद अगले ​दिन प्रेम नारायण विश्वकर्मा ने एक फेसबुक पर पोस्ट की है। जिसमें उन्होंने लिखा है जिंदगी में आगे वही बढ़ता है, जो हर हार से कुछ सिखता है। अब उनकी इस पोस्ट को लेकर जिले की राजनीति में कई मायने निकाले जाने लगे है। फिलहाल मामले को लेकर जिलेभर में चर्चा का माहौल गर्म है।

विवाद के बाद समाज में रोष

घटना के बाद प्रदेशभर के विश्वकर्मा समाज के संगठनों ने इस व्यवहार की कड़ी निंदा की है। समाज के कई नेताओं ने इसे अपमानजनक बताते हुए सरकार से जवाब मांगा है।

कार्यक्रम में गुटबाजी भी उजागर

प्रेमनारायण विश्वकर्मा को रोके जाने की घटना के बाद कार्यक्रम में भाजपा की आंतरिक गुटबाजी भी सामने आई। बताया जा रहा है कि पूरा आयोजन मोहन गुट और शिवराज गुट की खींचतान का शिकार हो गया। भीड़ अपेक्षा से कम रही और कई वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी मंच तक पहुंचने में कठिनाई हुई। कुछ नेताओं को भीड़ में पुलिस से बहस करते देखा गया। कुल मिलाकर बड़े नेताओं के दौरे वाला यह कार्यक्रम कमजोर प्रबंधन और गुटबाजी के कारण चर्चा में रहा, लेकिन गलत कारणों से।

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