MP News : मोहन से पहले गोपाल करा चुके है सामूहिक विवाह में बेटे-बेटी की शादी

Gopal Bhargava : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने पुत्र अभिमन्यु यादव का विवाह किसी निजी भव्य आयोजन में न कराकर, शिप्रा नदी किनारे आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में कराकर सादगी और सामाजिक समरसता की एक अनोखी मिसाल पेश की। इस आयोजन में कुल 22 जोड़ों ने एक ही मंडप में वैदिक विधि से विवाह संस्कार पूरे किए। विवाह समारोह में राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, संत समुदाय सहित कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं, जबकि योग गुरु बाबा रामदेव ने पूरे वैदिक रीति से विवाह संपन्न कराया। इस मौके पर अखाड़ा परिषद और जूना अखाड़ा ने सभी नवदंपतियों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की।
गोपाल भार्गव भी करा चुके सादगीपूर्ण शादी
मुख्यमंत्री मोहन यादव के इस निर्णय से पहले भी देश और प्रदेश के कई नेताओं ने अपने बच्चों की शादी सामूहिक विवाह में कराकर सरलता और सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण दिया है। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने वर्ष 2015 में अपने बेटे और बेटी का विवाह सामूहिक समारोह में करवाया था। इसी तरह 2014 में कर्नाटक के मंत्री एच. अंजनेयुलु की बेटी का विवाह भी 96 अन्य जोड़ों के साथ सामूहिक मंडप में हुआ था। वहीं 2010 में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री राधाकृष्ण विखे-पाटिल ने भी अपने पुत्र का विवाह 61 जोड़ों के साथ सामूहिक सम्मेलन में कराया था।
दिखावे से परे रहा पूरा आयोजन
उज्जैन में हुए इस सामूहिक विवाह सम्मेलन की सबसे खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री होने के बावजूद कार्यक्रम में न कोई वीआईपी मंच बनाया गया, न ही किसी प्रकार की भव्य सजावट। पूरा आयोजन एक साधारण सामूहिक विवाह की तरह ही रखा गया, जिससे सामाजिक समानता और सादगी का संदेश साफ झलकता है।



