MP Science city : मप्र में बनेगा साइंस सिटी, सरकार कर रही विचार

MP Science city : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में साइंस सिटी विकसित की जाएगी। इस संबंध में राज्य सरकार विचार कर रही है। विज्ञान का अधिक से अधिक उपयोग कर प्रदेशवासियों के जीवन को सुगम और सरल बनाने के लिए राज्य शासन द्वारा विभिन्न स्तरों पर कार्य किया जा रहा है। नवीन तकनीक का उपयोग करते हुए किसानों से जुड़ी व्यवस्थाओं का सरलीकरण किया जा रहा है। इसमें ड्रोन सर्वे, फसल सर्वे के कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों सहित जनसामान्य की रुचि और जिज्ञासा को प्रोत्साहित करने के लिए विज्ञान गतिविधियों का विस्तार संभाग स्तर तक किया जाएगा। आने वाले समय में मप्र विज्ञान के क्षेत्र में सम्पन्न और समृद्ध बनें इस उद्देश्य से राज्य सरकार नवाचारों तथा अन्य गतिविधियों को निरंतर प्रोत्साहित करती रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह विचार विज्ञान भवन में संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
एनआईटीटीटीआर : विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने में सक्षम है भारत : डॉ. त्रिपाठी
राजधानी स्थित एनआईटीटीटीआर ने विज्ञान दिवस पर अभिनव पहल करते हुए देश क़े प्रमुख प्राचीन एवं आधुनिक भारतीय वैज्ञानिकों एवं गणितज्ञों के जीवन एवं उनके द्वारा किए गए महवपूर्ण अनुसंधान कार्य को संकलित कर एक स्थाई दीर्घा का निर्माण किया है। आज के कई अनुसंधान इन प्राचीन वैज्ञानिकों की शोध एवं आविष्कार पर आधारित है। वर्ष भर निटर में विभिन्न प्रदेशों से आए हुए टीचर्स एवं स्टूडेंट्स इस दीर्घा से प्रेरणा लेते हैं। निटर निदेशक डॉ. सीसी त्रिपाठी ने अपने संदेश में कहा कि हमारे युवा अपनी विज्ञान धरोहर के वाहक बने। 2025 का विज्ञान दिवस ‘विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना’ थीम के साथ मनाया जा रहा है। हमारा देश प्राचीन समय से ही विज्ञान और नवाचार में समृद्ध रहा है। यह दिन भारतीय वैज्ञानिकों के महान योगदान और उनके कार्यों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। खासतौर पर, इस दिन को डॉ. सीवी रमन के रमन प्रभाव की खोज के लिए याद किया जाता है। निटर भोपाल के डीन साइंसेज प्रो. पीके पुरोहित ने इस अवसर पर भारतीय ज्ञान परंपरा को विद्यार्थियों तक पहुंचाने की आवश्यकता और उस पर किए जा रहे कार्यों के बारे में चर्चा की। इस अवसर पर डॉ. हुसैन जीवाखान, डॉ. बशीरउल्लाह शेक, डॉ. इज़हार अहमद एवं संसथान के अन्य अधिकारी कर्मचारी एवं छात्र भी उपस्थित थे।
युवाओं को विज्ञान एवं नवाचार के क्षेत्र मंे सशक्त करना है : प्रो. पूर्णिमा
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर स्कूल ऑफ नैनोटेक्नॉलॉजी, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रो. पूर्णिमा स्वरूप खरे ने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का उद्देश्य विकसित भारत के लिए युवाओं को विज्ञान एवं नवाचार के क्षेत्र में सशक्त करना है। भारत एक युवा राष्ट्र है, जिसकी करीब 30 प्रतिशत आबादी युवा है। हमारे देश कि समृद्व सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक धरोहर है। हमारे वेद, पुराण, उपनिशद आदि वैज्ञानिक रूप से प्रखर और विकसित थे, जो वर्तमान वैज्ञानिक सिद्धांतों से आज भी प्रासंगिक हैं। इस अवसर पर प्रोफेसर अर्चना तिवारी, कंप्यूटर विभाग के हेड डॉ. मनीष अहिरवार, प्रोफेसर उदय चौरसिया एवं विश्विद्यालय के छात्र-छात्रों द्वारा सहभागिता की। इस कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. गगन कांत त्रिपाठी, प्रो. प्रियवंद बुंदेला और प्रो. प्रदीप खिरिया ने किया।
अपनी प्रतिभा को नवाचार में लगाए और लक्ष्य बड़ा रखें : डॉ. राजीव
भोपाल मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा ओरिएंटल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के सभागार में शुक्रवार को ने राष्ट्रीय प्रबंध दिवस पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर इस वर्ष के बोध वाक्य, काल का भारत खुलते उद्योग नवाचार और प्रतिभा पर डॉ. राजीव अग्रवाल ने व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि कल का भारत सभी उपस्थित बच्चों के हाथ में है। अपनी प्रतिभा को नवाचार में लगाए, लक्ष्य बड़ा रखें। समंदर की सोच रखे, तो नदियां अपने आप मिलेंगी। ऊंची उड़ान के लिए हल्का होना पड़ता है। भोपाल मैनेजमेंट एसोसिएशन स्टूडेंट चैैप्टर इसकी बुनियाद है। इस अवसर पर नवाचार प्रतिभा पर सेज, जेएनसीटी ,आईईएस और ओरियंटल छात्रों की समूह चर्चा भी की गई। जिसमें बीएमए अध्यक्ष सुनील भार्गव ओरिएंटल ग्रुप के चेयरमैन प्रवीण ठकराल और डॉ. शिखा भार्गव ने छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए। कार्यक्रम का संचालन पल्लवी तिवारी एवं संयोजन डॉ. शिखा भार्गव ने किया। कार्यक्रम में 300 छात्र छात्राएं एवं बीएमए सदस्य उपस्थित थे।



