MP Politics : हेमंत खंडेलवाल ने वह कर दिया, जो कोई नहीं कर सका

MP Bjp Politics : मध्य प्रदेश भाजपा में लंबे समय से चली आ रही सागर के दो प्रभावशाली नेताओं की खींचतान आखिरकार ठंडी पड़ती दिख रही है। और यह संभव हो पाया है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की पहल से, जिन्हें पार्टी के भीतर अब क्राइसिस मैनेजर कहा जाने लगा है।
काफी समय से मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के बीच तल्ख़ी खुलकर सामने आ चुकी थी। दोनों एक-दूसरे पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगा रहे थे, भूपेंद्र सिंह का आरोप था कि कांग्रेस से आए गोविंद सिंह पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को नज़रअंदाज़ और प्रताड़ित कर रहे हैं, तो वहीं गोविंद का कहना था कि भूपेंद्र सिंह खुद को संगठन से ऊपर समझते हैं।
यह विवाद सिर्फ सागर तक सीमित नहीं रहा; इसकी गूंज भोपाल से दिल्ली तक पहुंच गई। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा, फिर स्वयं मुख्यमंत्री ने भी समाधान की कोशिश की, लेकिन दोनों नेताओं की दूरियां जस की तस रहीं।
ऐसे में हेमंत खंडेलवाल जब सागर पहुंचे तो उन्होंने असंभव को संभव करने जैसा कदम उठा दिया। पहले भूपेंद्र सिंह को साथ लेकर गोविंद सिंह के घर डिनर पर पहुंचे, और फिर गोविंद सिंह को लेकर भूपेंद्र सिंह के घर चाय पर बातचीत कराने ले गए। लंबे समय बाद दोनों नेता एक ही मेज पर शांत वातावरण में चर्चा करते दिखे।
अब बड़ा सवाल यह है कि, क्या यह मौजूदा सुलह स्थायी साबित होगी या सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात? राजनीतिक जानकारों का कहना है कि वास्तविक तस्वीर आने में अभी समय लगेगा। लेकिन इतना तय है कि, हेमंत खंडेलवाल ने पार्टी के भीतर मौजूद बड़ी दरार को जोड़ने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम जरूर उठा दिया है।



